चुप रहकर गमों को, दिल में छुपाया जाएं।
Contents
प्यार हो गया ‘उपदेश’, अब निभाया जाएं।।
बाल बच्चों की चिन्ता, भविष्य का मौसम।
कुछ भी कर एमलो, कम से कम कमाया जाएं।।
जरूरतें बढेगी दिनो दिन, इसको ध्यान दो।
प्रेम से रिश्ते नाते, एक दूजे से चलाया जाएं।।
उपदेश कुमार शाक्यावार ‘उपदेश’
गाजियाबाद
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Subhash Kumar
मैं peru-badger-883262.hostingersite.com का संस्थापक और एक डिजिटल पत्रकार हूँ। पिछले 5 वर्षों से शिक्षा, सरकारी योजना और तकनीकी खबरों पर सरल भाषा में विश्वसनीय जानकारी लोगों तक पहुँचा रहा हूँ। आप मुझसे संपर्क कर सकते हैं: Subhashgaya2023@gmail.com